जिंदगी के लम्हो में साथ साथ जिया हमने गांव की गलियो में पचपन की शरारत। जिंदगी के लम्हो में साथ साथ जिया हमने गांव की गलियो में पचपन की शरारत।
इस दुनिया में लोग कमी नहीं लोग पीने के लिये और खाने के लिए तड़पते बहुत है ये ज़िंदगी, दुश्मन की ... इस दुनिया में लोग कमी नहीं लोग पीने के लिये और खाने के लिए तड़पते बहुत है ये...
जला दिया मेरे सुकून का आशियाना, अब धुआँ उड़ाकर राख बन रहा। जला दिया मेरे सुकून का आशियाना, अब धुआँ उड़ाकर राख बन रहा।
तेजी से कदम बढ़ाता हुआ, बाहर की ओर, जाता हुआ। तेजी से कदम बढ़ाता हुआ, बाहर की ओर, जाता हुआ।
कुछ नहीं इस जंग की लड़ाई में हर तरफ सिर्फ लाचारी है। कुछ नहीं इस जंग की लड़ाई में हर तरफ सिर्फ लाचारी है।
जब पूरा गाँव करुणामय हो रहा था, उस बेटे का बाप कही छिपा रो रहा था, सब कुछ खो चुकी माँ भी बेसु... जब पूरा गाँव करुणामय हो रहा था, उस बेटे का बाप कही छिपा रो रहा था, सब कुछ...